लघुकथा ःथोड़ा सोशल हो जाएं
,,शेखर तुम्हें पता है कि सामने वाले फ्लैट में बुजुर्ग दंपति एकदम अकेले रहते हैं।,,
,,नहीं.., बेपरवाह सा शेखर का जवाब था।
,,दोनों बेटे विदेश में सैटल्ड हैं।यहां दो मेड है।एक सुबह आती है दूसरी शाम को।कभी कुछ गलत हो गया तो फिर ..!
थोड़ा रुकते हुए नमिता ने कहा,,...बड़ा बुरा लगता है ।आजकल की सोच ही बड़ी अजीब सी हो गई है।
माँ बाप यहां अकेले और बच्चे अपने आप में मग्न..।
मैं उनके दुख कम करना चाहती हूँ लेकिन मैं क्या करूं.. कुछ समझ ही नहीं आता?,,
,,तो हम कर ही क्या सकते हैं?उनके बच्चों को परवाह नहीं है तो दूसरे क्या कर सकते हैं..!,,
शेखर ने उतनी ही बेपरवाही से बोला।
नमिता चुप हो गई।बात भी तो सही थी।
नमिता और शेखर का ट्रांसफर मुंबई अभी हालिया हुआ था।
नमिता का ऑफिस अगले हफ्ते से शुरू होने वाला था।जब ऑफिस शुरू हो जाएगा तब फिर कहाँ समय रह पाएगा..।
दो हफ्तों बाद शेखर और नमिता दोनों की व्यस्त तम जीवनचर्या शुरू हो गई।
अब घर पर नमिता और शेखर नहीं के बराबर रहते थे।
उनके दोनों बच्चे पहले से ही हॉस्टल में रहते थे।
दोनों सुबह साथसाथ निकलते और साथसाथ ही लगभग लौटते।
महानगर की व्यस्त दिनचर्याओं में एक दिन ऐसा आया।
जब उनके फ्लैट के सामने शोर की आवाज़ से उनकी नींद खुली।
शोर सुनकर दोनों बाहर निकले तो पड़ोसियों ने कहा
,,दो दिनों से फ्लैट नहीं खुला था तो सेक्योरिटी को शक हुआ।
उसने पुलिस को कम्प्लेन किया।पुलिस ने आकर
दरवाजा तोड़ा तो अंदर से दोनों वृद्ध दंपति की लाश मिली।
बुजुर्ग पूरुष ने एक सुसाइड नोट छोड़ा था।
"जिसमें लिखा था कि अकेलेपन और बुढ़ापा से थककर हम दोनों ने मरने का निर्णय ले लिया है।
हरेक दिन मरने से बेहतर है एक बार मर जाना।
हमारी मौत का जिम्मेदार कोई नहीं।"
वहां खड़ी सारी भीड़ निरुत्तर थी।किसी के पास कोई जवाब नहीं था।
शेखर और नमिता के पास भी कोई जवाब नहीं था।
नमिता सोचती रह गई.. काश एकबार उनके हालचाल ले
आजकल किसी के पास समय ही नहीं है।अपने काम,पैसे, रुतबे और तमाम सोशल स्टेटस को मेंटेन करने के लिए हम कितना मेहनत करते हैं। इतना कि बगल से किसी की कराह तक नहीं सुनाई पड़ती है।
दोनों लाश पोस्टमार्टम के लिए चली गई थी।और सब निरुत्तर अपने अपने घर को।
***
सीमा..✍️
#लघुकथा प्रतियोगिता
#जॉनरः सामाजिक
Shrishti pandey
08-May-2022 09:18 AM
Nice
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Shnaya
19-Apr-2022 04:54 PM
Very nice 👍🏼
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Mohammed urooj khan
17-Apr-2022 10:44 AM
Nice
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Seema Priyadarshini sahay
18-Apr-2022 03:26 PM
Thanks sir🙏
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